Hitendra singh | 11:36 PM |

                                                संस्कृत के बारे में आश्चर्यजनक तथ्य 
1. कंप्यूटर में इस्तेमाल के लिए सबसे
अच्छी भाषा।
संदर्भ: फोर्ब्स पत्रिका 1987
2. सबसे अच्छे प्रकार का कैलेंडर
जो इस्तेमाल किया जा रहा है, हिंदू कैलेंडर
है (जिसमें नया साल सौर प्रणाली के
भूवैज्ञानिक परिवर्तन के साथ शुरू होता है)
संदर्भ: जर्मन स्टेट यूनिवर्सिटी
3. दवा के लिए सबसे
उपयोगी भाषा अर्थात संस्कृत में बात करने
से व्यक्ति स्वस्थ और बीपी, मधुमेह,
कोलेस्ट्रॉल आदि जैसे रोग से मुक्त
हो जाएगा। संस्कृत में बात करने से मानव
शरीर का तंत्रिका तंत्र सक्रिय रहता है
जिससे कि व्यक्ति का शरीर सकारात्मक
आवेश(Positive Charges) के साथ सक्रिय
हो जाता है।
संदर्भ: अमेरीकन हिन्दू यूनिवर्सिटी (शोध
के बाद)

4. संस्कृत वह भाषा है
जो अपनी पुस्तकों वेद, उपनिषदों, श्रुति,
स्मृति, पुराणों, महाभारत, रामायण
आदि में सबसे उन्नत
प्रौद्योगिकी(Technology) रखती है।
संदर्भ: रशियन स्टेट यूनिवर्सिटी,
नासा आदि
(नासा के पास 60,000 ताड़ के पत्ते
की पांडुलिपियों है जो वे अध्ययन
का उपयोग कर रहे हैं)
(असत्यापित रिपोर्ट का कहना है
कि रूसी, जर्मन, जापानी,
अमेरिकी सक्रिय रूप से हमारी पवित्र
पुस्तकों से नई चीजों पर शोध कर रहे हैं और
उन्हें वापस दुनिया के सामने अपने नाम से
रख रहे हैं। दुनिया के 17 देशों में एक
या अधिक संस्कृत विश्वविद्यालय संस्कृत
के बारे में अध्ययन और नई
प्रौद्योगिकी प्राप्तकरने के लिए है, लेकिन
संस्कृत को समर्पित उसके वास्तविक
अध्ययन के लिए एक भी संस्कृत
विश्वविद्यालय इंडिया (भारत) में नहीं है।
5. दुनिया की सभी भाषाओं
की माँ संस्कृत है। सभी भाषाएँ (97%)
प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस भाषा से
प्रभावित है।
संदर्भ: यूएनओ
6. नासा वैज्ञानिक द्वारा एक रिपोर्ट है
कि अमेरिका 6 और 7 वीं पीढ़ी के सुपर
कंप्यूटर संस्कृत भाषा पर आधारित
बना रहा है जिससे सुपर कंप्यूटर
अपनी अधिकतम सीमा तक उपयोग
किया जा सके।
परियोजना की समय सीमा 2025 (6
पीढ़ी के लिए) और 2034 (7 वीं पीढ़ी के
लिए) है, इसके बाद दुनिया भर में संस्कृत
सीखने के लिए एक भाषा क्रांति होगी।
7. दुनिया में अनुवाद के उद्देश्य के लिए
उपलब्ध सबसे अच्छी भाषा संस्कृत है।
संदर्भ: फोर्ब्स पत्रिका 1985
8. संस्कृत भाषा वर्तमान में "उन्नत
किर्लियन फोटोग्राफी" तकनीक में
इस्तेमाल की जा रही है। (वर्तमान में, उन्नत
किर्लियन फोटोग्राफी तकनीक सिर्फ रूस
और संयुक्त राज्य अमेरिका में ही मौजूद हैं।
भारत के पास आज "सरल किर्लियन
फोटोग्राफी" भी नहीं है )
9. अमेरिका, रूस, स्वीडन, जर्मनी, ब्रिटेन,
फ्रांस, जापान और ऑस्ट्रिया वर्तमान में
भरतनाट्यम और नटराज के महत्व के बारे में
शोध कर रहे हैं। (नटराज शिव
जी का कॉस्मिक नृत्य है। जिनेवा में संयुक्त
राष्ट्र कार्यालय के सामने शिव या नटराज
की एक मूर्ति है )
10. ब्रिटेन वर्तमान में हमारे श्री चक्र पर
आधारित एक रक्षा प्रणाली पर शोध कर
रहा है।
(स्रोत : अमेरीकन संस्कृत इंस्टीट्यूट http://
www.americansanskrit.com/)
'नासा' संस्कृत को कंप्यूटर की भाषा बनाने
के लिए शोध कर रहा है
क्यूंकी इसका वाक्यविन्यास (Syntax)
उत्तम है और
त्रुटि की जरा भी संभावना नहीं है....इधर
हमारे देश में इंग्लिश बोलना शान की बात
मानी जा रही है। इंग्लिश नहीं आने पर लोग
आत्मग्लानि अनुभव करते है, जगह जगह इंग्लिश
स्पीकिंग कोर्स चल रहें है और उधर हमारे देश
की संस्कृत विदेशों में सम्मान
पा रही है...लोर्ड मैकाले वाकई सफल रहें
अपने षडयंत्र में।
** भारत की सरकार और
लोगों को भी अब जागना चाहिए और
अँग्रेजी की गुलामी से बाहर निकाल कर
अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व
करना चाहिए। भारत सरकार
को भी 'संस्कृत' को नर्सरी से
ही पाठ्यक्रम में शामिल करके
देववाणी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलाना चाहिए।
जय हिन्द, जय भारत !!

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